लोकसभा में सोमवार को विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को उनके भाषण के दौरान खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने टोक दिया। 10 सालों में पहली बार ऐसा हुआ कि पीएम मोदी ने किसी सांसद के भाषण पर खुद हस्तक्षेप किया हो.
दरअसल, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने सत्ता पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे हिंसा की बात करते हैं’. कांग्रेस सांसद की इस टिप्पणी का सत्ता पक्ष ने विरोध किया.
राहुल गांधी का कहना था की
“मोदीजी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. इसका कारण है. हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने ये संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत. शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं. दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत. आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए.”
मोदी ने बताया गंभीर तो राहुल बोले बीजेपी पूरा हिन्दू समाज नहीं
राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने हस्तक्षेप किया. PM मोदी अपनी चेयर पर उठ कर खड़े हुए और इसे गंभीर बात बताया. पीएम मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के नेता ने जो कहा, उन्हें इसकी माफी मांगनी चाहिए. वहीं राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है.