Dos and Don’ts During Surya Grahan: दिवाली (Diwali Festival) महापर्व के दूसरे दिन यानि आज दुनिया भर के कई देशों में आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) लगेगा। भारत में सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) आंशिक रूप से प्रभावी रहेगा। बता दें कि सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, जिससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता है। सूर्य ग्रहण के दिन पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य एक सीध में होते हैं, जिस कारण चंद्रमा पृथ्वी पर छाया डालता है और सूर्य का प्रकाश धरती तक नहीं पहुंच पाता है, जिसे सूर्य ग्रहण कहते हैं। सूर्य ग्रहण के साइंटिफिक (Scientific Reasons Of Surya Grahan) और आध्यात्मिक दोनों (Spiritual Reasons Of Surya Grahan) ही रीजन होते हैं। आध्यात्म के नजरिये से देखें तो यह वह समय होता है जब भगवानों की पूजा वर्जित हो जाती है, ग्रहण के समय और ग्रहण से पहले लगने वाले सूतक में मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं। साथ ही कोई भी पूजा-पाठ का शुभ काम नहीं किया जाता है, ग्रहण के दौरान कई वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी फॉलो करना जरुरी होता है। आज की इस खबर में हम आपको कई चीजों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आपको अपनी सेहत की बेहतरी के लिए फॉलो (Surya Grahan Me Kare Ye Kaam) करना चाहिए। तो चलिए बिना वक्त बर्बाद किये (Surya Grahan Me Na Kare Ye Kaam) शुरू करते हैं:-
सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में सूर्य को लगभग 40 से 50 प्रतिशत तक छिपाएगा। ग्रहण के समय चंद्रमा दिल्ली (Delhi) में लगभग 44 प्रतिशत और मुंबई (Mumbai) में 24 प्रतिशत सूर्य को कवर करेगा। भोर से सूर्यास्त तक ग्रहण दिल्ली में 1 घंटा 13 मिनट और मुंबई में 1 घंटा 19 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण चेन्नई (Chennai) और कोलकाता (Kolkata) में 31 मिनट और 12 मिनट तक रहेगा। सूर्य ग्रहण (Surya Grahan Effects) की अधिकतम अवधि गुजरात (Gujarat) के द्वारका में होगी, जो लगभग 1 घंटे 45 मिनट तक चलेगी और शाम को 5.30 बजे सूर्यास्त के आसपास अपने अधिकतम बिंदु पर पहुंच जाएगी। भारत (India Solar Eclipse) के पश्चिमी हिस्सों में ग्रहण एक घंटे तक चलेगा, लेकिन भारत के मध्य और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में ऐसा नहीं होगा, यहां ग्रहण कुछ मिनटों के लिए ही दिखाई देगा।
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