Knowledge News : आखिर क्यों टांगी जाती है बॉर्डर के तारों पर कांच की बोतल, जानिए इसके पीछे का लॉजिक

Border Security Tricks : दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में बेशक आपको गर्मी का एहसास होने लग गया हो। परन्तु अभी भी कुछ ऐसे ऊपरी इलाके हैं जहां पर सर्दी का सितम जारी है। सर्दी में ठंडी हवाओं के साथ-साथ कोहरा भी देखने को मिलता है। जब कोहरा ज्यादा होता है उस समय दूर-दूर तक कुछ भी नजर नहीं आता। ऐसे में आप सोच सकते हैं कि बॉर्डर वाले इलाकों का क्या हाल होता होगा। यही कारण है कि सर्दी आते ही भारत-पाक सीमा पर भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया जाता है। सर्दियों के मौसम में अक्सर बॉर्डर वाले इलाकों में जवानों की गश्त भी बढ़ा दी जाती है। आपने कई बार बॉर्डर के कंटीली तारों पर बोतल टंगी हुई तो देखि ही होंगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है। अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं।
क्यों टांगी जाती हैं बियर की खाली बोतलें
इसे आप एक तरह से जुगाड़ या फिर बीएसएफ का देसी अलार्म भी बोल सकते हैं। दरअसल, बीएसएफ ने राजस्थान से लेकर जम्मू तक तारबंदी पर कुछ-कुछ दूरी पर ऐसी ही खाली बोतलें टांगी हुई हैं। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि अगर कोई दुश्मन या कोई भी तारों को छूता है, तो वो बोतल टकराकर बजने लग जाएंगी, जिससे हमारे देश के जवान अलर्ट हो जाएंगे। जी हां, इससे जवानों को पता चल जाता है कि कोई हमारी सरहद में घुसने की कोशिश कर रहा है और जवान तुरंत हरकत में आ जाते हैं। इस जुगाड़ से काफी हद तक सर्दी के घने कोहरे में भी मदद मिलती है।
भारत-पाकिस्तान का बॉर्डर कितना लंबा है
कुछ जानकारी के मुताबिक भारत-पाकिस्तान बॉर्डर की कुल लंबाई 3323 km है। वहीं अगर इस बॉर्डर को राज्यों के हिसाब से बांटा जाए तो जम्मू-कश्मीर-पाकिस्तान बॉर्डर की लंबाई 1225 km, राजस्थान-पाकिस्तान बॉर्डर की लंबाई 1037 km, पंजाब-पाकिस्तान बॉर्डर की लंबाई 553 km और गुजरात-पाकिस्तान बॉर्डर की लंबाई 508 km है।
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