Heat Waves: बढ़ते तापमान के साथ बढ़ा Heat Cramps का खतरा, जानें कैसे करें बचाव

What is Heat Cramps and How to Prevent it: देश के कई हिस्सों में हीट वेव (Heat Wave) का कहर देखने को मिल रहा है, भीषण गर्मी और लू के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दिल्ली के कई हिस्सों में पारा 46 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया है। इस तरह के मौसम में खुद को फिट रखने के लिए घर से बाहर जाकर व्यायाम करना सेहत के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। अगर आप इतनी भीषण गर्मी में बाहर जाकर व्यायाम करेंगे, तो मांसपेशियों में ऐंठन आने की समस्या हो सकती हैं। इस ऐंठन का कारण बनते हैं- निर्जलीकरण (Dehydration) और शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स (Electrolytes) की कमी। बता दें कि मांसपेशियों में ये दर्दनाक ऐंठन (Heat Cramps) आमतौर पर शारीरिक गतिविधि (Physical Activity), गर्म मौसम (Summer Vacation) और कई अन्य कारणों से हो सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, गर्मियों में ऐंठन की समस्या कई बीमारियों के लक्षणों की शुरुआत हो सकती है। इन बीमारियों में हीटस्ट्रोक भी शामिल है, यह एक गंभीर प्रतिक्रिया है जो शरीर के बहुत ज्यादा गरम होने पर शुरू होती है। डॉक्टरों का मानना है कि एथलीट और खिलाड़ीयों जैसे कई लोग, गर्मियों में इन हीट क्रैम्प्स के शिकार हो जाते हैं। हालांकि, बच्चे भी इस खतरनाक और जानलेवा स्थिति के शिकार हो सकते हैं।
कनेक्टिकट विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पसीने के कारण व्यापक पानी की कमी और आपके आहार में अपर्याप्त इलेक्ट्रोलाइट्स की वजह से होता है। बता दें कि गर्मी में ऐंठन के कारण अचानक मौत होने का खतरा नहीं होता है, लेकिन लोगों को खतरनाक स्थिति का सामना करना पढ़ सकता है। जैसे कि एक्सर्शनल सिकलिंग, जो ज्यादातर सिकल सेल विशेषता वाले एथलीटों में होता है। डॉक्टरों का कहना है कि मांसपेशियों के संकुचन के साथ पैरों, बाहों या पेट में गंभीर रूप से दर्दनाक ऐंठन महसूस होती है, यह शरीर को थकाने का काम करती है। इस वजह से इंसान ठीक से चलने में भी सक्षम नहीं होता है।
हीट क्रैम्प्स के होने को मुख्य कारण निर्जलीकरण हो सकता है, यह आमतौर पर इस वजह से हो सकता है:-
डॉक्टरों का कहना है कि बीमार पड़ने के लिए आपको पूरे दिन धूप में रहने की जरूरत नहीं है, क्योंकि गर्म मौसम और उच्च आर्द्रता भी आपको बीमार बना सकते हैं। कई अध्ययनों के अनुसार, गर्मी (Summer Season) आपके आंतरिक तापमान को बढ़ा देती है, जिसकी वजह से शरीर पसीने की मदद से खुद को ठंडा करने की कोशिश करता है। ऐसे में अगर आप कोई तरल चीज नहीं पीते हैं, तो शरीर को ठंडा करने वाली नेचुरल प्रक्रिया बंद हो जाएगी। इसका सीधा असर आपके हृदय पर पड़ सकता है।
हीट क्रैम्प्स धीरे-धीरे या तेजी से आते हैं। इसके ज्यादातर लक्षणों पर तब तक ध्यान नहीं दिया जा सकता, जब तक कि वे बढ़ कर गंभीर न हो जाएं। गर्मी में ऐंठन के कुछ संकेत हैं:
– मांसपेशियों में गंभीर दर्द
– पसीना आना
– फल्श्ड स्किन
– तेज बुखार
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, अपने आप को अच्छे स्वास्थ्य में वापस लाने के सर्वोत्तम तरीके हैं:
– जरूरत से ज्यादा शारीरिक गतिविधि में शामिल ना हो और ठंडी जगह में रहने की कोशिश करें।
– अपने चेहरे, गर्दन या छाती पर ठंडी सिकाई करके अपने शरीर को आराम दें।
– ढेर सारा पानी और अन्य पेय पदार्थ जैसे जूस आदि पिएं।
– सोडियम और पोटेशियम युक्त पेय पदार्थों की तलाश करें।
– मालिश करें और ऐंठन वाली मांसपेशियों को धीरे-धीरे चलाना शुरू करें।
– इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
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