Viral Infection: वायरल बुखार आने पर न लें एंटीबायोटिक दवाइयां, जानें कारण

तुरंत एंटीबायोटिक दवाइयां लेने से बचना चाहिए।
viral fever: बदलते मौसम में ही ज्यादातर लोगों को सर्दी, जुकाम और वायरल जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अक्सर लोगों को ये लगता है कि वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन एक ही होते है, लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल Viral और Bacterial Infections में बेसिक फर्क है। बैक्टीरिया और वायरस एक प्रकार के बहुत ही छोटे जीव होते हैं, जो हमारे शरीर में प्रवेश करके इन्फेक्शन पैदा कर देते हैं। अगर वायरल इंफेक्शन है, तो आप आराम करके ठीक हो सकते हैं क्योंकि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता वायरल इंफेक्शन को खत्म कर देगी। वहीं बैक्टीरियल इन्फेक्शन की बात करें तो दवाइयों के बिना उपचार संभव नहीं है। तो चलिये बताते हैं कि वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन में बेसिक फर्क क्या है।
बैक्टीरिया दो प्रकार के होते है। पहले वो जो अच्छे होते है, जो हमारे पेट में पाचन को सही रखते हैं। दूसरे वो जो गंभीर समस्या पैदा कर देते हैं। इससे सांस लेने में समस्या के अलावा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इन्फेक्शन और यूरिन इन्फेक्शन जैसी दिक्कतें आ जाती हैं। वहीं वायरस के जीवों की बात करें तो इनका आकार बैक्टीरिया के जीवों से छोटे होते हैं। इनको अपनी संख्या बढ़ने के लिए एक होस्ट कोशिका की आवश्यक होती है, जैसे कि एचआईवी, इन्फ्लूएंजा, चिकन पॉक्स, हर्पिस इत्यादि।
बैक्टिरीयल इन्फेक्शन और वायरल इन्फेक्शन में बेसिक अंतर होता है। बैक्टीरियल इंफेक्शन का उपचार घर पर संभव नहीं होता और चिकित्सकीय परामर्श की आवश्यकता पड़ती है। वायरल इन्फेक्शन में आप तीन से चार दिन के भीतर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता के चलते ठीक हो जाते हैं। नीचे पढ़िये इन दोनों के बीच के लक्षणों के बारे में…
वायरल में बुखार के साथ थकान आना
मांसपेशियों में दर्द होना
सिर में दर्द होना
अचानक से जोड़ों में दर्द होना
पांच से छह दिन के बाद भी तेज बुखार रहना
खासी के साथ बलगम आना
यूरिनल बैक्टिरियल इन्फैक्शन होना
शरीर में तेज कंपन महसूस करना
ज्यादातर वायरल इन्फेक्शन से शरीर की इम्यूनिटी खुद लड़ती है।
यह वायरल इन्फेक्शन लगभग 5 से 6 दिनों में ठीक हो जाता है।
इसके बचाव लिए शरीर में पानी कम न होने दें। गरारे कर सकते हैं।
ठीक न होने पर डॉक्टर से मिलना चाहिए।
6 से 7 दिनो में बुखार ठीक न होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें
बैक्टिरीयल इन्फेक्शन का इलाज एंटीबायोटिक दवाइयों से होता है।
खास एंटीबायोटिक दवाइयां खास इन्फेक्शन को सही करती हैं।
एंटीबायोटिक दवाइयां वायरल इन्फेक्शन में एकदम काम नहीं करती। ये केवल बैक्टिरियल इन्फेक्शन में ही असर करती है।
नारियल पानी पीएं
दालचीनी खाने से गले के दर्द, खांसी और सर्दी-जुकाम में आराम मिलती है।
गिलोय का जूस पीएं
तुलसी की पत्तियों में एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो इलाज में मदद करती हैं।
अनार, अजवाइन के सेवन से भी लाभ होता है।
भूना अदरक सर्दी-जुकाम को दूर करने में कारगर होता है।
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