May 29, 2023

Egg Freezing के अलावा कौन से Fertility Solutions मौजूद, जानें जानकारी

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एग फ्रीजिंग के आलावा इन तकनीकों का इस्तेमाल करें।

Other Fertility Solutions Rather Then Egg Freezing: आजकल के समय में लोग शादी के बाद अपने पार्टनर और करियर पर ज्यादा ध्यान देना चाहते हैं। ऐसे में प्रेगनेंसी को लेकर कपल अक्सर देरी कर देते हैं। हालांकि, पहले के वक्त में जहां लड़कियों की शादी 20-22 साल और लड़कों की शादी 21 साल के बाद कर दी जाती थी, वो अब नहीं हो रहा है। अब युवाओं का मानना है कि जब तक वो अच्‍छी तरह से सेटल नहीं हो जाएं और उन्‍हें सही लाइफ पार्टनर ना मिल जाए, तब तक वो शादी नहीं करेंगे। यह फैसला निजी होता है, लेकिन इसका असर उनकी प्रजनन क्षमता (Fertility) पर जरूर दिखता है। बता दें कि आज के समय में इन तमाम कारणों के चलते एक बड़ी तादात में लोगों को माता-पिता बनने में दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले को अगर साइंस की नजरों से समझें, तो महिला के 35 की उम्र पार करने के बाद उनकी प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है। इस चीज को ध्‍यान में रखते हुए कई नई तकनीकों को विकसित किया गया है। इन तकनीकों में से एक एग फ्रिजिंग (Egg Freezing) है, जिसके बारे में हमें बीते दिनों फेमस एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा से भी जानने को मिला था।
क्या है एग फ्रिजिंग (Egg Freezing)
अगर आप फैमिली प्लानिंग में देरी कर रहे हैं, तो महिलाएं अपने एग्स को फ्रिज कर सकती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे अंडों की क्वालिटी और प्रजनन क्षमता कम होने लगती है। यही कारण है कि प्रेगनेंसी में दिक्कतें आने लगती हैं। इस तरह की स्थिति से निजात पाने के लिए रीप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाने लगा है। इस प्रोसीजर में दवाइयों की मदद से महिलाओं में अंडों की संख्या को बढ़ाया जाता है और फिर ओवरीज से निकालकर उन्हें फ्रीज कर दिया जाता है। भ्रूण बनाने के लिए इन्हें रूम टेम्प्रेचर पर लाकर स्पर्म के साथ मिक्स किया जाता है और फिर एम्ब्रियो ट्रांसफर साइकल के दौरान भ्रूण को गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाता है। इसे एग फ्रिजिंग कहते हैं।
भ्रूण का जमना (Embryo Freezing)
अगर आप अन्य विकल्पों की तलाश में हैं, तो आप भ्रूण फ्रीजिंग (Embryo Freezing) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस प्रोसेस में विस्तारित अवधि के लिए लगभग -196 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर तरल नाइट्रोजन में भ्रूण को फ्रीज किया जाता है। इस प्रक्रिया में अंडों को फर्टिलाइज किया जाता है। इस वजह से भ्रूण जम जाते हैं। बता दें कि यह प्रोसेस सफल होगी या नहीं, इस बात का पता भ्रूण की गुणवत्ता और माता की उम्र पर निर्भर करती है। बता दें कि एग फ्रीजिंग की तरह ही एम्ब्रियो फ्रीजिंग एक सहायक प्रजनन तकनीक है। इस प्रक्रिया का इस्तेमाल भविष्य में गर्भावस्था को सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया है।
सहायक प्रजनन (Assisted Reproduction)
अगर आपने अंडे या भ्रूण को फ्रीज करने का विकल्प नहीं अपनाया है और आपको गर्भधारण करने में परेशानी हो रही है, तो आप आईवीएफ (In vitro fertilization) या आईसीएसआई (Intracytoplasmic sperm injection) का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि आईवीएफ प्रक्रिया में आपके शरीर से कई अंडे इकट्ठे किए जाते हैं और अंडों को लैब में स्पर्म के साथ मिला दिया जाता है। इन अंडों के फर्टिलाइज होने के बाद, भ्रूण को गर्भाशय में इम्प्लांट कर दिया जाता है। वहीं, आईयूआई (Intrauterine Insemination) में ओव्यूलेशन को उत्तेजित किया जाता और स्पर्म को सीधे गर्भाशय में इम्प्लांट किया जाता है।
ओवेरियन सप्रेशन (Ovarian Suppression)
महिलाओं में प्रजनन क्षमता की सुरक्षा के लिए एक विकल्प ओवेरियन सप्रेशन (Ovarian Suppression) का है। इस तकनीक में अंडाशय द्वारा अंडे की परिपक्वता को दबाने के लिए हार्मोन का इस्तेमाल किया जाता है। इस ट्रीटमेंट का उद्देश्य अस्थायी रूप से ओवेरियन फंक्शन को रोकना और उन्हें फ्यूचर में उपयोग के लिए अपरिपक्व अंडे (Immature eggs) को संरक्षित करना है, खासकर की कैंसर चिकित्सा से गुजर रही महिलाओं के लिए इस प्रोसेस का इस्तेमाल किया जाता है।
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