Sudhanshu Trivedi On Rahul Gandhi: राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानी मंडी के एक निजी अस्पताल में उपचार करवाने पहुंचे दंपती की दिनदहाड़े 50 से ज्यादा लोगों के सामने चाकू सरिए व अन्य धारदार हथियार से बर्बरता पूर्वक हत्या की गई. इस हत्या का खौफनाक रोंगटे खड़े कर देने वाला सीसीटीवी वीडियो फुटेज सामने आया है. जिसको लेकर बीजेपी के नेताओं ने मौजूदा गहलोत सरकार पर जोरदार हमला बोल दिया है.
इस हमले में पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई थी. पति ने इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया. आंखों के सामने यह सब कुछ होता रहा. लेकिन वहां मौजूद लोगों में से किसी ने भी दंपति की मदद नहीं की थी. यह किसी फिल्म का विचलित करने वाला काल्पनिक दृश्य नहीं है. यह हकीकत है. जो गुरुवार (14 सितंबर) को झालावाड़ जिले के भवानी मंडी कश्मीर में हुई है.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल करते हुए इस खौफनाक हत्याकांड के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया और लिखा-
- अशोक गहलोत के राज में जंगल राज से भी दो कदम आगे राजस्थान
- कहां है राहुल गांधी की मोहब्बत वाली दुकान?
- कौन से बिल में घुस गए गहलोत ?
- कहां उच्छिन्न हो गए है “INDI Alliance” वाले??
- या फिर BJP शासित राज्य में ही दिखाई पड़ता है बाकी जगह आंखें फूट जाती है?
ऐसे हुई थी भिवानी की ख़ौफ़नाक वारदात
भवानी मंडी के निजी अस्पताल में दंपति की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई. फाइनेंसर पति जीतू (35) अपनी पत्नी अनु(30) वर्षीय की तबीयत खराब होने पर चेकअप करवाने के लिए अस्पताल के वेटिंग हॉल में बैठकर डॉक्टर का इंतजार कर रहा था. इतने में मोटरसाइकिल पर बैठकर तीन बदमाश आए थे. अस्पताल में मौजूद लोग कुछ समझते उससे पहले ही बदमाशों ने लाठी चाकू से ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया.
अस्पताल में अफरा तफरी मच गई. पति को बचाने के लिए पत्नी सामने आए. तो एक बदमाश ने चाकू से उसका गला काट दिया, जिससे पत्नी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया गंभीर रूप से घायल पति को झालावाड़ रेफर किया गया. जहां उसकी रास्ते में ही मौत हो गई.
पुलिस ने चारों आरोपियों को किया गिरफ्तार
झालावाड़ पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने बताया की सुनेल निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू व उसकी पत्नी अनीता के दोहरे हत्याकांड से जुड़े मामले में सभी आरोपियों को पुलिस भले ही गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही हो. लेकिन यह ऐसा मंजर था जिसे कोई भी बुला नहीं सकता है. पुलिस ने इस ख़ौफ़नाक दोहरे हत्याकांड की वारदात का खुलासा कर दिया हैं.
मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. दिनेश व कारण को रावतभाटा एक अन्य आरोपी नूर को रामगंजमंडी से गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने जीतू और अनीता को खौफनाक तरीके से चाकू और लाठी सरियों से ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया था.
यह था मामला
जितेंद्र सिंह जीतू सुनेल थाना क्षेत्र के मालपुरा गांव का रहने वाला था. पिछले 15 साल से भवानी मंडी के गांधीनगर कॉलोनी में रह रहा था. जितेंद्र सिंह फाइनेंस का काम करता था. गुरुवार को पत्नी अनीता उर्फ अनु की तबीयत खराब होने पर वह उसे करीब 12 बजे प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचा. जीतू और अनु वेटिंग हॉल में बैठे थे. दोपहर करीब 1:30 बजे तीन बदमाश बाइक पर सवार होकर अस्पताल पहुंचे. उनके हाथ में लाठी चाकू व बेसबॉल के डंडे पर कांटेदार तार लगे हुए थे. तीनों बदमाश जीतू के पास पहुंचे. मारपीट करने लगे इन आरोपियों में एक भैरू गुर्जर है. जो की इलाके का हिस्ट्रीशीटर है.
गोचर जमीन के कब्जे को लेकर था विवाद
डीएसपी मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि जितेंद्र और भैरव के बीच मई महीने से ही टकराव चल रहा था. भैरव गुर्जर ने गोचर जमीन पर कब्जा किया हुआ था. भवानी मंडी में ही जितेंद्र का दोस्त विक्रम इस कब्जे का विरोध कर रहा था. 10 मई को भैरव गुर्जर ने विक्रम को विवादित जमीन पर बुलाया और उसके साथ मारपीट की विक्रम ने जितेंद्र से मदद मांगी थी. 12 मई को विक्रम और जितेंद्र ने 50-60 लोगों के साथ मिलकर गौशाला के नाम किए गए अतिक्रमण पर तोड़फोड़ कर आग लगा दी थी.
इस मामले में पुलिस ने भवानी मंडी थाने में केस दर्ज किया था. प्रशासन ने 17 मई को किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाया था. उसके बाद से भैरव व जितेंद्र के बीच दुश्मनी चल रही है. इसी का बदला लेने के लिए बदमाशों ने गुरुवार दोपहर हॉस्पिटल में हमला कर दिया.
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा पूरे वारदात की कहानी
इस घटना को जिसने भी देखा वह जीवन भर नहीं भूल पाएगा. प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि कैसे बेखौफ आदमखोर आए बदमाशो ने दोपहर में अस्पताल के वेटिंग हॉल में था मौत का तांडव किया. 10 से 15 मिनट में मैंने देखा चिल्लाने की आवाज में आई. मैंने पीछे मुड़कर देखा तो कुछ लोग एक व्यक्ति को पीट रहे थे. उनके हाथ में चाकू बेसबॉल का बात लोहे का सरिये भी थे. अभी क्या बताऊं उस मंजर को याद करते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं. इससे पहले ऐसा केवल फिल्मों में देखा था.
पुलिस की लापरवाही के चलते हुई वारदात
इस पूरे मामले में एक चौकाने वाली जानकारी यह भी सामने आई है. भैरव गुर्जर कई दिनों से जितेंद्र सिंह जितेंद्र को जान से मारने की धमकी दे रहा था. इसको लेकर जितेंद्र सिंह ने 28 में को भवानी मंडी पुलिस थाने में परिवाद भी दिया था. इसकी रिपोर्ट दर्ज हुई थी. लेकिन उसके बाद पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. उसका यह नतीजा हुआ यह वारदात हो गई.
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