June 4, 2023

CCHS: सांस लेना भूल जाती है 6 साल की बच्ची… मौत के खौफ में जी रहा परिवार, पढ़ें रेयर बीमारी से जुड़ी जानकारियां

wp-header-logo-672.png

6 साल की बच्ची सांस लेना भूल जाती है।

What is Congenital Central Hypoventilation Syndrome: जब बच्चे स्कूल में होम वर्क न करने की वजह भूल गए बताते हैं, तो टीचर उनसे कहते हैं कि सांस लेना भूलते हो। आमतौर पर भी इंसान कुछ भी भूल सकता है, लेकिन सांस लेना कभी नहीं भूलता। हालांकि, अब एक बहुत ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक बच्ची सच में सांस लेना भूल जाती है दरअसल, एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित 6 साल की ब्रिटिश लड़की अक्सर सांस लेना भूल जाती है। उसकी ये समस्या कई बार उसे मौत के मुंह तक पहुंचा चुकी है, क्योंकि ये बच्ची सोते समय या अपना पसंदीदा टेलीविजन शो देखते समय कभी भी सांस लेना भूल जाती है।
6 साल की बच्ची भूल जाती है सांस लेना
बर्मिंघम में रहने वाली 6 साल की बच्ची सैडी बाउयर कंजेनिटल सेंट्रल हाइपोवेंटिलेशन सिंड्रोम से पीड़ित हैं। यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिससे सोते-सोते इंसान की मौत हो सकती है। सैडी की मां स्टार बाउयर ने कैनेडी न्यूज को बताया कि उसका दिमाग सांस लेना भूल सकता है। यही वजह है कि जब सैडी सोती है, तो उसे हर रात लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा जाता है। इस डर से की वह कभी भी सांस लेना भूल सकती है।
सैडी की मां ने कहा कि जिस वक्त उसकी सांस रुक जाती है, सैडी नीली पड़ने लगती है, क्योंकि वह कार्बन डाइऑक्साइड की वजह से थक जाती है और हिलना बंद करके स्थिर होने लगती है। स्टार ने बताया कि उनकी बेटी ने नॉर्मल डिलीवरी से जन्म लिया, इसके बावजूद सैडी को अस्पताल में intensive care unit में 6 महीने तक रखना पड़ा था। यही वो समय था, डॉक्टरों ने उसे सांस संबंधी इस समस्या से डायग्नोज किया था।
जानिए क्या होता है हाइपोवेंटिलेशन सिंड्रोम
कंजेनिटल सेंट्रल हाइपोवेंटिलेशन सिंड्रोम सांस से संबंधी बीमारी है। बता दें कि हमारे ब्रेन का एक हिस्सा हमारी ब्रीदिंग को कंट्रोल करता है, जेनेटिक डिसऑर्डर की वजह से ये ब्रीथिंग पाथ डिस्टर्ब हो जाता है। जिससे सांस को कंट्रोल करने वाला ट्रांसमिशन खराब हो जाता है, ऐसे में जब आप सो रहे होते हैं, तब ब्रेन सांस लेने के सिग्नल ही नहीं देता है। इस स्थिति में शरीर के अंदर कार्बनडाईऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है और ऑक्सीजन कम होने लगती है।
हाइपोवेंटिलेशन सिंड्रोम के लक्षण
इस खतरनाक बीमारी के साथ पैदा हुए बच्चों में सांस लेने की क्षमता कम होती है। खासकर के बच्चा सोने के दौरान सांस लेने में असमर्थ होता है। डॉक्टर्स की मानें, तो इस बीमारी में किसी तरह के कोई लक्षण नहीं दिखते हैं, जिसके चलते बीमारी का पता लगाया जाना बहुत मुश्किल हो जाता है। साल 2003 में कॉन्जेनाइटल सेंट्रल हाइपोवेंटिलेशन सिंड्रोम के बारे में पहली बार पता चला था। दुनियाभर में करीब 1,200 बच्चे इस गंभीर बीमारी की जद में हैं।
© Copyrights 2023. All rights reserved.
Powered By Hocalwire

source