March 29, 2023

Knowledge News : मक्खी अपने पैरों को क्यों रगड़ती है, जानिए क्या है इसकी खास वजह

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गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है, ऐसे में अब आपको मक्खी लगभग हर जगह आसानी से देखने को मिल जाएगी। शायद ही कोई ऐसा होगा, जिसे मक्खियां देखना भी पसंद होगा। मक्खियों की भिनभिनाहट से हर किसी को चिढ़ होती है। ये खाने पर बैठकर उसको प्रदूषित करती है। अगर आपने कभी इनको ध्यान से देखा है, तो यह भी देखा होगा कि जब भी मक्खियां कहीं बैठती हैं, उस समय ये लगातार अपनी टागों को रगड़ती रहती हैं। टांगे रगड़ने के साथ-साथ मक्खियां काफी अलर्ट भी रहती हैं, इसीलिए ये आसानी से पकड़ में नहीं आती। परन्तु क्या आप जानते हैं कि मक्खियां टांगे क्यों रगड़ती रहती है। अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं।
बता दें कि मक्खी को इंग्लिश में Musca Domestica कहा जाता है। बहुत कम लोग इस बात को जानते होंगे कि इनकी जिंदगी मात्र कुछ हफ्तों की ही होती है। इसलिए इनके ऊपर रिसर्च करना थोड़ा आसान होता है। 3-4 हफ्तों में ही इनकी तीन से चार पीढ़ियों पर रिसर्च की जा सकती है। इन्ही रिसर्च के जरिए इनके बारे में काफी रोचक जानकारी निकलकर सामने आती हैं।
इनके शरीर पर होते हैं रोएं
कीड़ों की तुलना में घरेलू मक्खियां ज्यादा पाई जाती है। मक्खियों का शरीर हल्का भूरा और रोएंदार होता है। आमतौर पर एक मक्खी की लंबाई लगभग 7 मिमी होती है। इनकी दो लाल रंग की आंखें होती हैं। साथ ही, मक्खियां काट नहीं सकती। इनका मुंह दो स्पंजी गद्दियों से बना हुआ होता है।
स्ट्रॉ जैसी होती है इनकी जीभ
अन्य कीड़ों के मुकाबले इनके भोजन करने का तरीका काफी अलग होता है। इनके दांत नहीं होते। मक्खी का मुंह कुछ स्पंज की तरह काम करता है और भोजन को सोख लेता है। वहीं, अगर देखा जाए तो इनकी जीभ किसी स्ट्रॉ जैसी होती है, इसलिए ज्यादातर इनका भोजन तरल पदार्थ होते हैं। कीड़ों को खाने के दौरान भी ये उनके भीतरी भाग को चूसती है। मक्खी की लार में बहुत कीटाणु होते हैं, ऐसे में कई बार ये उन्हे भोजन पर छोड़कर उसे दूषित कर देती हैं।
मक्खी इसलिए रगड़ती है पैर
मक्खी के शरीर पर बहुत सारे रोएं होते हैं और उनकी जीभ पर भी चिपचिपे पदार्थ की परत चढ़ी होती है। मक्खी अपने पैरों को खुद को साफ करने के लिए रगड़ती है। इस दौरान वह अपने रोओं पर चिपके हुए मैल को हमारे भोजन पर डाल देती है। इस मैल में खतरनाक रोगों के कीटाणु होते हैं। ये कीटाणु मैल के साथ भोजन में मिल जाते हैं और लोगों को बीमार कर देते हैं।
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