RajasthanCoverage.com
  • Top News
  • Health
  • Entertainment
  • Sports
  • Knowledge
  • Business
  • Horoscope
  • Jobs
  • Technology
Reading: Jallianwala Bagh Massacre: जलियांवाला बाग कांड के 21 साल बाद इस बहादुर बेटे ने जनरल डायर से लिया था घर में घुसकर बदला, पढ़ें Inside Story
Share
Sign In
RajasthanCoverage.com
  • Top News
  • Health
  • Entertainment
  • Sports
  • Knowledge
  • Business
  • Horoscope
  • Jobs
  • Technology
  • Top News
  • Health
  • Entertainment
  • Sports
  • Knowledge
  • Business
  • Horoscope
  • Jobs
  • Technology
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
wp-header-logo-251.png
Knowledge

Jallianwala Bagh Massacre: जलियांवाला बाग कांड के 21 साल बाद इस बहादुर बेटे ने जनरल डायर से लिया था घर में घुसकर बदला, पढ़ें Inside Story

Published April 12, 2022
Share
3 Min Read

गुलाम भारत के कई किस्से हैं, जो आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। भारत में आजादी से पहले हुए एक बड़े नरसंहार को हर साल 13 अप्रैल को याद किया जाता है। जिसे हम जलियांवाला बाग कांड (Jallianwala Bagh Massacre) के नाम से जानते हैं। इस साल बुधवार 13 अप्रैल 2022 को इस हत्याकांड के 103 साल पूरे होने वाले हैं। इस हत्या कांड के दोषी जनरल डायर (General Dyer) की हत्या भी एक हिंदुस्तानी के हाथों 21 साल बाद हुई थी। जिन्हें सरदार उधम सिंह (Sardar Udham Singh) के नाम से जाता जाता है।

13 अप्रैल 1919 को पंजाब के अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर के पास जलियांवाला बाग में अंधाधुंध गोलीबारी में सैकड़ों लोग मारे गए थे। बिना किसी कारण के बैठक में शामिल हुए 350 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए। रॉलेट एक्ट के विरोध में बैठे लोगों पर जनरल डायर के आदेश पर गोलियां चलाई गई थीं।

क्यों हुई थी जलियांवाला बाग में लोगों की हत्या
अमृतसर में जलियांवाला बाग नाम से एक स्थान है, जो स्वर्ण मंदिर से थोड़ी ही दूरी पर है। इसी जगह पर 13 अप्रैल 1919 को अंग्रेजी हुक्कुमत के खिलाफ रॉलेट एक्ट के विरोध में हजारों सिख एकजुट हुए थे। कहा जाता है कि अंग्रेजों की दमनकारी नीति, और सत्यपाल और सैफुद्दीन की गिरफ्तारी के खिलाफ भी लोग इस सभा में एकजुट हुए थे। शहर में कर्फ्यू था और हजारों की संख्या में लोग बैठक में पहुंचे थे।
कौन था जलियांवाला बाग का दोषी

जलियावाला बाग में चल रही सभा में जनरल रेजिनाल्ड डायर पहुंचा और उसने वहां मौजूद सैनिकों को फायरिंग का आदेश भी दिया। बताया जाता है कि इस दौरान 5 हजार लोग वहां मौजूद थे। जबकि जनरल डायर ने अपने 90 ब्रिटिश सैनिकों के साथ इस जगह को घेर लिया था।

ऐसे लिया जलियांवाला बाग के दोषी से सरदार उधम सिंह ने बदला
कहते हैं कि 13 अप्रैल 1919 को हुए इस नरसंहार का बदला लेने के लिए पंजाब का शेर सरदार उधम सिंह लंदन पहुंचा था। कई सालों की योजनाओँ के बाद आखिरकार 13 मार्च 1940 को डायर एक बैठक में भाग लेने के लिए लंदन के कैक्सटन हॉल में मौजूद थे। उसी जगह पर सरदार उधम सिंह भी थे। जिन्होंने एक एक मोटी किताब के पन्नों को रिवॉल्वर छिपा रखी थी। लोगों की भीड़ में मौजूद उधम सिंह ने डायर को स्पीच देते वक्त गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसके बाद कोर्ट में केस चला और सरदार उधम सिंह को फांसी की सजा हुई और 1974 में उनका शव भारत पहुंचा।
© Copyrights 2021. All rights reserved.
Powered By Hocalwire

source

You Might Also Like

लो बीपी के मरीज चक्कर आते हीं तुरंत करें ये दो काम, वरना जान के लिए है खतरनाक

Dengue Fever: डेंगू में KIWI खाने की सलाह क्यों दी जाती है? इसका प्लेटलेट्स से क्या है कनेक्शन

Dengue Fever: लगातार डेंगू के बढ़ते हुए केसेस को देखते हुए आम लोगों के लिए यह खास सलाह

Opinion: दुनियाभर में 5 करोड़ अल्जाइमर के मरीज, याददाश्त की कमी और रास्ता भूलना बड़े लक्षण, सबसे पहले उठाए ये कदम

ऑयली और चिपचिपी किचन कैबिनेट को बिना मेहनत चमकाएं, अपनाएं ये आसान तरीके

admin April 12, 2022 April 12, 2022
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn Reddit Telegram Copy Link
Share
Previous Article wp-header-logo-250.png Knowledge News: मोमबत्ती के जलने पर कहां गायब हो जाता है मोम, जानिए यहां
Next Article wp-header-logo-252.png प्यार में फांसकर पति से कराया तलाक, 2 महीने रेप कर छोड़ा, चूरू में नाबालिग से गैंगरेप

Official App for Android

Get it on Google Play
RajasthanCoverage.com
Follow US

©2019-23 Rajasthan Coverage. All rights reserved. All Rights Reserved.

  • Privacy Policy
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?