Grip Strength Test खोल देगा मौत से जुड़ा गहरा राज, जानिए उम्र के मुताबिक पकड़ कितनी होनी चाहिए मजबूत

शरीर का ग्रिप टेस्ट करवाना बहुत जरूरी होता है।
Know All About Grip Strength Test: आजकल के मॉडर्न जमाने में हम सभी अपनी सुविधा के अनुसार टेक्नोलॉजी का विकास करते जा रहे हैं। ऐसा ही कुछ हेल्थ सेक्टर में भी देखने को मिलता है। हम जानते हैं कि हर तरह की छोटी से बड़ी बीमारी के लिए अलग-अलग तरह के टेस्ट करवाए जाते हैं, लेकिन हमारा शरीर ऐसे कई सिग्नल्स देता है, जिससे आपको इन बीमारियों की शुरुआत का अंदेशा होने लगता है। ऐसे में एक रिसर्च बताती है कि शरीर से हमें ऐसे कई साइन दिखते हैं, जो हमारी जवानी में ही मौत तक की भविष्यवाणी भी कर सकते हैं। इंसानों में उम्र बढ़ने के साथ-साथ बालों का सफेद होना और झुर्रियां आना जैसे संकेत देखने को मिलते हैं। इन सिग्नल्स को देखकर हम किसी की भी उम्र का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं। ठीक इसी तरह हम उन संकेतों को भी पहचान सकते हैं, जिससे यह मालूम चल सकता है कि हमारे सिर पर जवानी में ही मौत का खतरा मंडरा रहा है।
ग्रिप स्ट्रेंथ टेस्ट से मृत्यु का लगेगा पता
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि शरीर का यह बहुत ही गंभीर सिग्नल ग्रिप स्ट्रेंथ होती है। जी हां, ग्रिप स्ट्रेंथ से इंसान की जवानी में ही उसकी मृत्यु कब होने वाली है, इस बात का पता चल जाता है। बता दें कि जर्नल ऑफ कैचेक्सिया, सरकोपेनिया एंड मसल में हुई रिसर्च के मुताबिक, Grip Strength की कमी शॉर्ट लाइफ के बारे में दर्शाती है। अमेरिकी शोधकर्ताओं के मुताबिक कमजोर ग्रिप स्ट्रेंथ वाले लोगों ने DNA methylation age acceleration के बारे में दिखाया है। इसका सीधा सा मतलब है कि उन्होंने स्ट्रांग ग्रिप स्ट्रेंथ वाले लोगों की तुलना में कमजोर ग्रिप वाले लोगों की तेजी से उम्र बढ़ने के सिग्नल्स दिखाए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस अध्ययन के मुख्य लेखक डॉ. मार्क पीटरसन ने कहा कि उन्होंने कमजोरी और तेजी से उम्र बढ़ने के बीच एक छोटा सा लिंक खोजने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उन्हें इन दोनों के बीच का इतना मजबूत लिंक मिल जाएगा।
कमजोर पकड़ वाले लोगों को गंभीर खतरा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रिप स्ट्रेंथ का संबंध पूरे शरीर की ताकत से होता है। इसका मतलब ये है कि अगर आपकी पकड़ कमजोर है, तो इसका असर आपके शरीर पर पड़ेगा। इससे आपके शरीर के बाकी हिस्सों के कमजोर होने की संभावना भी बढ़ जाती है। यही कारण है कि इंसान को ग्रिप टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। अगर किसी की पकड़ कमजोर है, तो ये इस बात का एक वार्निंग साइन हो सकता है कि उन्हें कोई पुरानी बीमारी रही है या कोई बीमारी होने का ज्यादा खतरा है। ये बीमारियां हैं डिमेंशिया, दिल संबंधी बीमारियां और डायबिटीज आदि। इस रिपोर्ट के मुताबिक, किसी चीज को पकड़ते वक्त आपको कमजोरी महसूस हो रही है या आप उस चीज को ठीक से नहीं पकड़ पा रहे, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इंसान के शरीर में कितनी होनी चाहिए ग्रिप स्ट्रेंथ
Age
Male left hand and right hand
Female left hand and right hand
20–29
Left hand 99 lbs
Right hand 103 lbs
Left hand 61 lbs
Right hand 66 lbs
30–39
Left hand 103 lbs
Right hand 103 lbs
Left hand 63 lbs
Right hand 68 lbs
40–49
Left hand 99 lbs
Right hand 103 lbs
Left hand 61 lbs
Right hand 63 lbs
50–59
Left hand 94 lbs
Right hand 99 lbs
Left hand 61 lbs
Right hand 63 lbs
60–69
Left hand 83 lbs
Right hand 88 lbs
Left hand 50 lbs
Right hand 52 lbs
ग्रिप स्ट्रेंथ को कैसे मापा जाता है?
ग्रिप स्ट्रेंथ को मापने के कुछ तरीके होते हैं:-
Handgrip dynamometer: डायनेमोमीटर को अपने हाथ से 90 डिग्री के एंगल पर पकड़ें, फिर ग्रिप मीटर को जितना हो सके उतना जोर से दबाएं। इस तरह आप ग्रिप टेस्ट कर सकते हैं।
Weighing scale: एक हाथ से जितना हो सके उतना नीचे की ओर धक्का दें, अपनी हथेली के टॉप पर और अपनी उंगलियों को नीचे की ओर मोड़ें। इस तरह से भी आप ग्रिप टेस्ट कर सकते हैं।
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