Share Market Closing Bell: सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन ग्लोबल मार्केट से मिले कमजोर संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार प्री-ओपनिंग में सुस्त हो गया. इसके बाद पूरे दिन उठा-पटक का माहौल जारी रहा. अंत में बाजार बंद होने तक बीएसई सेंसेक्स 143 अंक टूट गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की निकासी जारी रहने और वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच आईटी, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों तथा तेल कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा. उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 143.41 अंक यानी 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64,832.20 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 206.85 अंक तक लुढ़क गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 48.20 के नुकसान के साथ 19,395.30 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स की कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर सबसे ज्यादा 1.58 प्रतिशत नीचे आया. इसके अलावा टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाइटन और अल्ट्राटेक सीमेंट प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं. दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो और मारुति शामिल हैं. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के अनुरूप भारतीय बाजार एक सीमित दायरे में बना हुआ है और निफ्टी सूचकांक 19,500 के प्रमुख स्तर से ऊपर नहीं जा पा रहा है.
