<p style="text-align: justify;"><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की उत्तर विधानसभा से विधायक आरिफ अकील के उत्तराधिकारी मामले में अब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की एंट्री हो गई है. आरिफ अकील के भाई व पूर्व पार्षद आमिर अकील ने दोपहर में दिग्विजय सिंह के निवास पर पहुंचकर उनसे एकांत में चर्चा की. जिसके बाद शाम को दिग्विजय सिंह विधायक आरिफ अकील के निवास पर पहुंचे. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का प्रयास है कि विधायक अकील के परिवार में आपसी सहमति बने, जिससे पार्टी को चुनाव में नुकसान का सामना न करना पड़े. </p>
<p style="text-align: justify;">बता दें राजधानी भोपाल की उत्तर विधानसभा कांग्रेस का गढ़ है. यहां साल 1998 से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरिफ अकील ही विधायक चुनते आ रहे हैं. लेकिन अब विधायक आरिफ अकील स्वास्थ्य कारणों की वजह से 2023 में होने जा रहे विधानसभा चुनावों से दूरी बनाने का मन बना लिया है. यही कारण है कि 2015 अगस्त को उत्तर विधानसभा में आयोजित हुए सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान विधायक आरिफ अकील ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में अपने मंझले बेटे आतिफ अकील के नाम की घोषणा कर दी थी. लेकिन विधायक अकील की इस घोषणा के साथ ही उनके परिवार की आपसी फूट जगजाहिर हो गई. अब विधायक अकील के छोटे भाई और बड़े बेटे ने उत्तराधिकारी के नाम पर विरोध जताया है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>अब दिग्विजय सिंह की एंट्री</strong><br />बता दें 2023 में होने जा रहे चुनावों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह महत्वपूर्ण भूमिका में है. दिग्विजय सिंह को पार्टी ने उन सीटों की जिम्मेदारी दे रखी है, जिन सीटों पर कांग्रेस लंबे समय से हारती आ रही है या फिर जिन सीटों पर विवाद है. इसी कड़ी में अब भोपाल की उत्तर विधानसभा का मामला भी दिग्विजय सिंह के पास जा पहुंचा है. एक दिन पहले ही विधायक आरिफ अकील के भाई व पूर्व पार्षद आमिर अकील दिग्विजय सिंह के निवास पर उनसे मिलने जा पहुंचे. दिग्विजय सिंह और आमिर अकील के बीच बंद कमरे में चर्चा हुई. इस चर्चा के बाद शाम को ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह विधायक आरिफ अकील से मिलने के लिए उनके निवास पर पहुंचे. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>सुलह कराने की कोशिश</strong><br />बता दें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पार्टी में आपसी सुलह कराने में माहिर है. यही कारण है कि यह मामला भी अब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के पास ही पहुंचा है. इस मामले में दिग्विजय सिंह का प्रयास है कि विधायक आरिफ अकील के परिवार में उनके दोनों बेटे और भाई के बीच आपसी सुलह कराई जाएगी, जिससे उत्तर विधानसभा में कांग्रेस एक जुट होकर ही चुनाव लड़े. ताकि कांग्रेस को किसी नुकसान का सामना नहीं करना पड़े. अब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह इसी सुलह के प्रयासों में जुट गए हैं. </p>
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