Showering Daily is Not Necessary for Health During Winters: सर्दी (Winter Sesaon) आ रही हैं और कोई माने या ना माने बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो सर्दियों में बहुत कम नहाते हैं। विंटर सीजन एक ऐसा मौसम है जब नहाना तो छोड़िये नहाने के बारे में सोचने का मन तक नहीं करता है। बेशक साल के इस समय में कोई भी इंसान बिस्तर से बाहर आने और शॉवर में कदम रखने के ख्याल को भी पसंद नहीं करता है। लेकिन सर्दियों में नहीं नहाने के कारण गिल्ट भी होता है, लोगों के मन में यह धारणा आ जाती है कि नहीं नहाना कितना अस्वच्छ है। लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि इस भावना का (Daily Showering Is Not Necessary) सच्चाई से कितना संबंध है? दरअसल, साइंस भी हम सभी के साथ है, विज्ञान का मानना है कि हर दिन न नहाना कोई गलत बात नहीं है।
कुछ विशेषज्ञों के मुताबिक, कम स्नान करना वास्तव में स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। यह अध्ययन कहते हैं कि रोजाना नहाना-धोना (Daily Bathing Is Good For Health) आवश्यक नहीं है और यह केवल शरीर की गंध से छुटकारा दिलाता है। हालांकि, इसमें और भी बहुत कुछ है, रोजाना स्नान (Sardiyon Me Roj Nahana Kyu Jaruri Hai) करने से शरीर में रहने वाले आवश्यक माइक्रोऑर्गैनिस्म शरीर से छीन जाते हैं और नहीं नहाने से (Benefits Of Not Bathing Daily) हम स्किन को सूखने से रोकने के लिए तेल के लेवल को नियंत्रित कर सकते हैं।
कुछ विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि किसी को पूरी तरह से स्नान करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि शरीर पर गंध पैदा करने वाले रोगाणु (Germs) विशेष रूप से हानिकारक नहीं होते हैं। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के विशेषज्ञों के अनुसार, नियमित रूप से नहाने से इंसान हानिकारक बैक्टीरिया की चपेट में आ सकता है।
रोजाना नहाने से स्किन रूखी और फटी हुई हो सकती है जिससे बैक्टीरिया स्किन में प्रवेश कर जाते हैं, यही एलर्जी और संक्रमण का कारण बनते हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को सुरक्षात्मक एंटीबॉडी बनाने के लिए गंदगी और प्राकृतिक सूक्ष्मजीवों (natural microorganisms) की आवश्यकता होती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि नहाने को लेकर कोई भी आदर्श आवृत्ति (ideal frequency) नहीं होती है। लेकिन फिर भी हफ्ते में तीन बार शॉवर लेना काफी अच्छा होता है। जब तक किसी को पसीना, बदबूदार या गंदा महसूस न हो, तब तक नहाने से बचा जा सकता है। साथ ही ध्यान रखें नहाने की अवधि तीन से चार मिनट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए और फोकस कमर और बगल पर हो सकता है। यह बच्चों के लिए भी जाता है।
यह एक कारण है कि डॉक्टर बच्चों को बार-बार ना नहलाने की चेतावनी देते हैं, क्योंकि ऐसा करने से प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) की अच्छी तरह से काम करने की क्षमता कम हो सकती है। कुछ साबुनों में जीवाणुरोधी गुण (antibacterial properties) होते हैं जो अच्छे जीवाणुओं (good bacteria) को मार सकते हैं। यह स्किन के सूक्ष्मजीव संतुलन (microbial balance) को बिगाड़ सकता है।
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