भरतपुर के बाद जालोर में संत ने की खुदकुशीः MLA पर लगाए गंभीर आरोप, 3 थानों की पुलिस तैनात

जयपुर। राजस्थान के भरतपुर जिले के बाद अब जालोर में एक संत ने खुदकुशी कर लिया है। जसवंतपुरा के सुंधा माता तलहटी के पास संत रविनाथ ने आत्महत्या की है। उनका शव एक पेड़ से लटका हुआ मिला है। शव के पास मिले सुसाइड नोट को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। घटना की जानकारी मिलते ही आस-पास के सैकड़ों लोग घटनास्थल पर इक्ट्ठा हो गए। मौके पर मौजूद भीड़ ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। फिलहाल मौके पर अलग-अलग थानों की पुलिस टीम तैनात कर दी गई है। पुलिस के बड़े अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस की टीम फिलहाल मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
पुलिस की अलग अलग टीम तैनात
जसवंतपुरा क्षेत्र के सुंधा माता तलहटी के पास गौरक्ष आदेश श्री बालाजी हनुमान मंदिर आश्रम के संत रविनाथ की मौत के बाद भीड़ ने जमकर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों का मानना है कि जमीन विवाद के चलते संत ने आत्महत्या की है। संत ने देर रात को आश्रम के आगे पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या की। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस की अलग-अलग टीम इलाके में तैनात कर दी गई। वहीं घटना की जानकारी मिलने पर सैकड़ों की संख्या में लोग वहां पहुंच गए और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
भाजपा विधायक से परेशान साधु ने किया सुसाइड
हनुमान मंदिर आश्रम के संत रविनाथ के आत्महत्या के बाद स्थानीय लोग भीनमाल के बीजेपी विधायक पूराराम चौधरी पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। लोगों का आरोप है कि आश्रम के आगे की जमीन भीनमाल विधायक पूराराम चौधरी की है। इसके चलते विधायक पूराराम चौधरी संत को परेशान कर रहे थे। विधायक ने अपनी जमीन के चारों तरफ़ खाई खुदवाई थी। ग्रामीणों का दावा है कि आश्रम जाने के लिए रास्ता व अन्य जमीनी विवाद को लेकर संत और विधायक के बीच में मामूली कहासुनी भी हुई थी।
सुसाइड नोट के खुलासे की मांग
मौके पर पहुंची पुलिस ने साधु के सुसाइड नोट को जब्त कर लिया। इसे किसी को भी नहीं दिखाया गया है। जिस पर लोगों में आक्रोश छा गया। गुस्साए लोगों ने अंतिम संस्कार करने से पहले इस सुसाइड नोट का खुलासा करने की मांग की है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद अंतिम संस्कार करने की बात अड़ गए।
विधायक ने सफाई में कही ये बात
वहीं विधायक पूराराम चौधरी ने पूरी घटना को लेकर कहा कि इसमें मेरा कोई मतलब नहीं है। मैंने किसी भी तरीके से संत के साथ कोई बातचीत नहीं की। उल्टा आश्रम जाने के लिए मैंने मेरी जमीन से रास्ता दिया है।
संत की आत्महत्या ने खड़े किए कई सवाल
संत द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। संत की हुई आत्महत्या को लेकर कई प्रकार के अब बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। मौके पर पहुंचे सैकड़ों की संख्या में भीड़ ने कार्रवाई की मांग को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया। पुलिस की टीमें पूरी घटनाक्रम को लेकर बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है। क्योंकि इस पूरी घटना में विधायक का नाम भी सामने आ रहा है। वहीं मौके पर पहुंचे हुए समर्थकों व स्थानीय प्रशासन के बीच हुई वार्ता भी पहले दौर भी विफल हो गई।
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