March 21, 2023

NDE: मृत्यु के बाद अपनों से होता है मिलन! जानें रौंगटे खड़े कर देने वाला सच

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डॉक्टर ब्रूस के मुताबिक मृत्यु के उपरांत इंसान अपने दिवंगत पूर्वजों से भी मुलाकात कर सकते हैं। 
Near Death Experience: आपने अक्सर सपने में उन पूर्वजों को देखा होगा, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। आप इस सपने के लिहाज से यह निर्धारित करना शुरू कर देते हैं कि उनके लिए आने वाला समय कैसा रहेगा। अगर दिवंगत परिजन दयनीय हालत में दिखते हैं तो आप उस हालत के अनुरूप किसी गरीब को दान देना शुरू कर देते हैं। इसी प्रकार अलग-अलग सपने के हिसाब से अलग-अलग अर्थ समझा जाता है। लेकिन, अगर यह मुमकिन हो कि आप अपने पूर्वजों से उनकी मौत के बाद सीधे ही संपर्क साध लें तो आपको विश्वास नहीं होगा। हम भी इसका दावा नहीं कर रहे हैं, लेकिन ब्रिटेन के एक डॉक्टर ने जरूर ऐसा ही दावा किया है।
ब्रिटेन के डॉ. ब्रूस ग्रेसन का कहना है कि मौत का नजदीकी अनुभव करने वाले लोग अपने दिवंगत परिजनों या रिश्तेदारों से मिल सकते हैं। यही नहीं, मौत के बाद भी ऐसा अनुभव मिलता है। डॉ. ब्रूस ग्रेसन ने यह दावा 50 साल की रिसर्च के आधार पर किया है। हालांकि उन्होंने इस पर शोध अभी तक प्रकाशित नहीं किया है, लेकिन वे इसकी तैयारियां कर रहे हैं।
डॉ. ब्रूस ने बताया कि 1970 में NDE से गुजरे कुछ मरीजों से बातचीत के आधार पर अहसास हो गया था कि मरने के बाद भी किसी प्रकार की जिंदगी होती है। लेकिन, अभी इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। ब्रूस ने बताया कि जब मैं इंटर्न के तौर पर काम करने के लिए आया था, तो पहले ही दिन देखा कि एक महिला कोमा में थी। उसके साथ एक सहेली थी, जिससे मैंने एक अलग हॉल में जाकर बातचीत की। अगले दिन महिला कोमा से बाहर आ गई। उसने मुझे बताया कि सहेली से उन्होंने जो भी बातें की, वो मुझे पता है। डॉ. ब्रूस ने कहा कि दोनों कमरों में काफी दूरी थी। समझ नहीं पाया कि अलग कमरे में होने और खासकर कोमा में होने के बावजूद वो हमारी बातें कैसे सुनी। इसके बाद मैंने इस पर रिसर्च करना शुरू कर दिया और नतीजे हैरान करने वाले आए।
NDE या नियर डेथ एक्सपीरियंस क्या है
NDE साइंस की वो टर्म है, जिसमें लोग मृत्यु के बाद भी जिंदा हो जाते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि इंसान को मृत घोषित कर दिया जाए, लेकिन वह कुछ ही समय बाद जीवित हो जाता है। एक यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया में हुए एक शोध के मुताबिक ट्रामा, दिमाग का करना बंद कर देने की स्थिति नियर डेथ एक्सपीरियंस का एक संकेत हो सकती है। कई बार तो इस स्थिति में लोग अपने करीबियों से मिल भी लेते हैं।
मरते समय लोग क्या करते हैं महसूस
डॉ. ब्रूस ने नियर डेथ एक्सपीरियंस से प्रभावित लोगों के आधार पर बताया कि मृत्यु के समय लोग बहुत ही सहज और खुद को परेशानी से मुक्त महसूस करते हैं। डॉ. ने बताया कि जो लोग मृत्यु के निकट होते हैं, वे लोग आत्मा उनके शरीर को किस प्रकार छोड़ रही है, यह देखने में सक्षम होते हैं। उन्होंने बताया कि मृत्यु के दौरान मरने वाले व्यक्ति का दिमाग सामान्य अवस्था से कई गुना तेज दिमाग काम करता है।
स्वर्ग के दूतों और आत्माओं से होती है मुलाकात
डॉ. ब्रूस के आलावा नर्स जूली मैकफैडेन भी इस तथ्य में विश्वास रखती हैं। वह कहती हैं कि हमें कभी भी मरने से डरना नहीं चाहिए क्योंकि मरने के बाद अपने मरे हुए रिश्तेदारों से मिल सकते हैं। यहा तक कि मरने के बाद स्वर्ग दूत और अन्य आत्माओं से भी मिल सकते हैं। नर्स जूली कहती हैं कि जो लोग ज्यादा मौत के करीब होते हैं, उन्हें कम डर लगता है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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