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March 31, 2023

Female Genital Mutilation Day: क्यों करवाया जाता है महिलाओं का खतना, जानिए किन देशों में ये कुप्रथा जारी

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Female Genital Mutilation Day 2023: दुनियाभर (World) में 6 फरवरी के दिन हर साल ‘महिला जननांग विकृति (Female Genital Mutilation) के खिलाफ शून्य सहनशीलता का अंतरराष्ट्रीय दिवस’ यानी फीमेल जेनिटल म्यूटिलेशन डे (International Day of Zero Tolerance against Female Genital Mutilation) मनाया जाता है। इस मुद्दे को लेकर यह लक्ष्य बनाया गया है कि वर्ष 2030 तक महिला जननांग विकृति की कुप्रथा को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए। वर्तमान में लगभग 20 करोड़ महिलाएं और लड़कियां इस कुप्रथा की शिकार हैं। वहीं, हर वर्ष लगभग 40 लाख महिलाएं इस कुप्रथा का शिकार हो रही हैं। बता दें कि इस दिन को लड़कियों और महिलाओं के खतने को रोकने के लिए जागरूकता फैलाने के रूप में मनाया जाता है। महिलाओं का खतना एक ऐसा अपराध है जिसकी शिकार विश्व की अनेक महिलाएं और लड़कियां हो चुकी हैं। यह कुप्रथा उनकी गरिमा को भंग करती है, साथ ही उन्हें बेहिसाब दर्द देकर उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है। कई बार इस कुप्रथा के कारण बहुत सी महिलाओं की मृत्यु हो जाती है।
जानिए क्या होता है खतना? (Know what is Female Genital Mutilation)
महिला जननांग विकृति को ही महिलाओं का खतना कहा जाता है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के साथ हो सकता है, इस प्रोसेस में उनके प्राइवेट पार्ट के बाहरी हिस्से को काट दिया जाता है। यह कार्य ज्यादातर नवजात शिशुओं और 15 साल तक की बच्चियों के साथ होता है। पुरुषों की बात करें तो नवजात शिशुओं (पुरुष) के लिंग के ऊपरी हिस्से की स्किन को हटा दिया जाता है, जो दोबारा नहीं आती है। वहीं महिलाओं के खतने में आमतौर पर वजाइना (Vagina) के क्लिटोरिस हुड (Clitoris Hood) को ब्लेड से काटकर अलग कर दिया जाता है। कई बार खतने की प्रक्रिया में योनी को सीलना या फिर पूरी क्लिटोरिस को हटाना भी शामिल होता है। भारत में यह परंपरा बोहरा कम्युनिटी की महिलाओं के साथ करवाई जाती है।
क्यों किया जाता है महिलाओं का खतना? (Why Is Female Genital Mutilation Done)
अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि खतना आखिर किया क्यों जाता है? तो इस परंपरा का पालन करने वाले लोगों का मानना होता है कि महिलाओं का खतना करने से उनमें सेक्स की इच्छा खत्म हो जाती है। जिससे महिलाओं का चाल-चलन ठीक रहता है और वो अपने पति के लिए ईमानदार रहती हैं। वहीं, कई लोग खतना करवाने के पीछे की बड़ी हाइजीन (Hygiene) और प्यूरिटी (Purity) को बताते हैं। उनके मुताबिक खतने की इस कुप्रथा को किसी भी इंसान की सेक्सुअल डिजायर (Sexual Desires) से जोड़ना बिल्कुल भी सही नहीं है।
कैसे होता है महिलाओं का खतना? (How Is Female Genital Mutilation Done)
अब जानते हैं आखिर महिलाओं का खतना किस तरह किया जाता है? जैसा की हम आपको बता चुके हैं, महिलाओं में खतना बचपन में ही कर दिया जाता है तो सबसे पहले बच्चियों की मम्मी या दादी उन्हें बाहर घुमाने के बहाने खतना करवाने ले जाती हैं। वहां पहले से लोग तैयार होते हैं और बच्चियों को कसकर पकड़ लिया जाता है। इसके बाद खास तरह के धारदार चाकू, रेजर, ब्लेड या कैंची से एक बार में बच्चियों के क्लिटोरिस हुड को काट दिया जाता है। इसके बाद ब्लीडिंग को रोकने के लिए एंटीबायोटिक पाउडर (Antibiotic Powder) या लोशन (Lotion) लगाया जाता है। ब्लीडिंग रूकने के कम से कम 40 मिनट बाद बच्ची को घर वापस भेजा जाता है। साथ ही, उन्हें कुछ दिन खेलने कूदने के लिए मना कर दिया जाता है।
दुनिया के इतने देशों में यह कुप्रथा जारी (This continues in so many countries of the world)
रोक लगाने के बावजूद दुनिया के कई हिस्सों में फीमेल जेनिटल म्यूटिलेशन जारी है। साल 2020 में यूनिसेफ द्वारा जारी किए आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में लगभग 20 करोड़ बच्चियों और महिलाओं के जननांगों को खतना कर नुकसान पहुंचाया गया है। यह डेटा 31 देशों से लिया गया है, इनमें 27 देश अफ्रीका के हैं। साथ ही मालद्वीप (Maldives), इराक (Iraq), इंडोनेशिया (Indonesia) और यमन (Yemen) से भी ऐसे मामले सामने आते हैं, हाल ही में इक्वलिटी नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक यह प्रथा दुनिया के 92 से ज्यादा देशों में आज भी जारी है।
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