Petrol-Diesel Price Today: मिडिल ईस्ट में युद्ध के माहौल के बीच कच्चे तेल की कीमतों में उठा-पटक जारी है. हालांकि, आज कीमतें सपाट बनी हुई हैं. सुबह छह बजे WTI Crude Oil 81.07 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. जबकि, ब्रेंट क्रू़ड 85.16 डॉलर प्रति बैरल पर बिक रहा था. इस बीच भारतीय तेल वितरक कंपनियों ने आज के लिए पेट्रोल-डीजल का भाव जारी कर दिया है. तेल कंपनियों के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. हालांकि, कई राज्यों में फिर कीमतों में बदलाव हुआ है. देश की राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. जबकि, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 102.75 रुपये और डीजल 94.34 रुपये लीटर आज सुबह से बिक रहा है. बता दें कि तेल कंपनियों के द्वारा जून 2017 के बाद से तेल की कीमतों में रोज संशोधन अंतर्राष्ट्रीय बाजार के अनुसार किया जाता है. इससे पहले तेल की कीमतों में बदलाव 15 दिनों में किया जाता था.
अन्य राज्यों में भी बदला तेल का दाम
बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में मामूली गिरावट हुई है. आज पेट्रोल 107.24 रुपये और डीजल 94.04 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. दिल्ली से सटे नोएडा में पेट्रोल 97 रुपये और डीजल 90.14 रुपये प्रति लीटर जबकि, गाजियाबाद में पेट्रोल 96.58 रुपये और डीजल 89.75 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पेट्रोल 96.47 रुपये और डीजल 89.66 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. राज्यस्तर पर बात करें तो तेल कपंनियों के द्वारा छत्तीसगढ़ में पेट्रोल की कीमतों में 50 पैसे और डीजल की कीमतों में 49 पैसे की वृद्धि की गयी है. महाराष्ट्र में पेट्रोल की कीमत में 56 पैसे और डीजल की कीमतों में 52 पैसे की बढ़ोत्तरी की गयी है. उत्तर प्रदेश में आज पेट्रोल-डीजल की कीमत में 30 पैसे की बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. इसके अलावा, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में भी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं. हरियाणा में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लोगों को 28 पैसे की राहत मिली है. इसके साथ ही, पश्चिम बंगाल, पंजाब और ओडिशा में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों लोगों को मामूली राहत मिल रही है.
बुधवार को कच्चे तेल के दाम में आयी थी तेजी
मजबूत हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से वायदा कारोबार में बुधवार को कच्चा तेल की कीमत 22 रुपये की तेजी के साथ 6,804 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का नवंबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 22 रुपये या 0.32 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,804 रुपये प्रति बैरल हो गया. इसमें 7.091 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चातेल वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 0.46 प्रतिशत की तेजी के साथ 81.39 डॉलर प्रति बैरल हो गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 0.55 प्रतिशत बढ़कर 85.49 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
कैसे चेक करें अपने शहर का फ्यूल रेट
मैसेज के जरिए अपने शहर का फ्यूल रेट जानने के लिए बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज भेजना होगा. वहीं HPCL के ग्राहकों को दाम पता करने के लिए HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 पर मैसेज करें. इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है. यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:
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आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): भारत उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है. इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार खत्म होने के बावजूद, भारत अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है.
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कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं. यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं.
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राज्य सरकारों का योगदान (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने योगदान को शामिल कर सकती हैं. वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं.
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मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं. यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है. उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है.
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निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं.